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#UPGBC2024: 34 लाख रोजगार, संभावनाएं अपार , राजधानी Lucknow बनेगी एआई सिटी का केंद्र, रसिका शेखर के गीतों पर थिरके लोग



-जीबीसी की 14 हजार परियोजनाएं यूपी को बनाएंगी देश का ग्रोथ इंजन

- 10 लाख करोड़ के निवेश से लगने वाली परियोजनाओं में भारी संख्या में युवाओं को मिलेंगे अवसर

- लोगों को अपने राज्य में मिलेगा रोजगार, दूसरे राज्यों की ओर नहीं करना होगा रुख

- स्किल्ड, अनस्किल्ड सभी को मिलेगा काम, पूर्वांचल से पश्चिमांचल तक सृजित होंगे रोजगार


लखनऊ, 20 फरवरी: #UPGBC2024 योगी सरकार जीबीसी 4.0 के माध्यम से यूपी को देश का ग्रोथ इंजन बनाने जा रही है। इसमें 10 लाख करोड़ से अधिक के निवेश के जरिये 14 हजार परियोजनाएं धरातल पर उतरेंगी। इससे न सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर और अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी बल्कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में भटकना नहीं पड़ेगा। योगी सरकार इन निवेश परियोजनाओं के जरिये प्रदेश में 34 लाख से अधिक युवाओं को नौकरी और रोजगार के साधन उपलब्ध कराने जा रही है। यह नौकरियां विभिन्न सेक्टर्स में प्राप्त होंगी। इसमें ट्रेंड, अनट्रेंड सभी तरह के युवाओं के लिए अवसर उपलब्ध होंगे। पूर्वांचल से लेकर पश्चिमांचल तक और मध्यांचल से लेकर बुंदेलखंड तक युवाओं के लिए रोजगार की कमी नहीं होगी। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार उत्तर प्रदेश में युवाओं के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध कराने को लगातार प्रयास कर रही है। इस क्रम में जीबीसी 4.0 मील का पत्थर साबित होगी।

10 हजार करोड़ से अधिक की 23 प्रतिशत परियोजनाएं लेंगी आकार


योगी सरकार ने जीबीसी 4.0 में जिन 14 हजार परियोजनाओं का शुभारंभ किया है। इनमें सबसे अधिक 52 प्रतिशत परियोजनाएं पश्चिमांचल, 29 प्रतिशत पूर्वांचल, 14 प्रतिशत मध्यांचल और 5 प्रतिशत बुंदेलखंड में धरातल पर उतरेंगी। जाहिर है इन क्षेत्रों में होने जा रहे इन निवेश के जरिए बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलने जा रहा है। जो निवेश हो रहा है उसमें 10 हजार करोड़ से अधिक की 23 प्रतिशत परियोजनाएं हैं। वहीं 5 हजार से 10 हजार करोड़ की 12 प्रतिशत, एक हजार करोड़ से 5 हजार करोड़ की 20 प्रतिशत, 500 करोड़ से एक हजार करोड़ की 10 प्रतिशत, 100 करोड़ से 500 करोड़ की 20 प्रतिशत, 20 करोड़ से 100 करोड़ की 10 प्रतिशत और 20 करोड़ से कम की 5 प्रतिशत परियोजनाएं शामिल हैं। इन परियोजनाओं में 21 प्रतिशत मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, 13 प्रतिशत रिन्यूवल एनर्जी सेक्टर, आईटी एंड इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर की 9 प्रतिशत, पॉवर सेक्टर की 8 प्रतिशत, फूड प्रोसेसिंग और रियल स्टेट सेक्टर की 6 प्रतिशत, एमएसएमई सेक्टर की 5 प्रतिशत और हॉस्पिटैलिटी एंड एंटरटेंमेंट, वेस्ट मैनेजमेंट और एजुकेशन सेक्टर की 3-3 प्रतिशत की भागीदारी है। इसके अलावा हेल्थकेयर, वुड बेस्ड इंडस्ट्रीज, डिस्टलरी, डेयरी, कॉपरेटिव, हैंडलूम एंड टेक्सटाइल, फार्मा एंड मेडिकल डिवाइस और एनीमल हस्ब्रैंडी सेक्टर का भी अहम रोल है। इन सभी सेक्टर्स में लोगों की डिमांड बढ़ेगी, जबकि यूपी के वो युवा जो दूसरे राज्यों में काम कर रहे हैं, उनके लिए भी वापसी संभव हो सकेगी।


फन यू टॉयज बीस हजार युवाओं को देगी रोजगार


बड़े प्रोजेक्ट्स के माध्यम से मिलने वाले रोजगार की बात करें तो इसमें कई प्रमुख संस्थान शामिल हैं। जैसे टोरेंट पावर लिमिटेड सोनभद्र में 22800 करोड़ का निवेश करेगी। इससे प्रदेश के 4800 युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसी तरह एम3एम इंडिया प्राइवेट लि. गौतमबुद्धनगर में 7500 करोड़ का निवेश करेगी। इससे 14 हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा। वहीं एयर इंडिया सैट्स एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लि. गौतमबुद्धनगर में 4 हजार करोड़ का निवेश करेगी। इससे पांच हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा फन यू टॉयज गौतमबुद्धनगर में 1052 करोड़ का निवेश करेगी, जिससे बीस हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा।


ये कंपनियां भी देंगी बड़े पैमाने पर रोजगार


-एडवर्ब टेक्नॉलीज- गौतमबुद्ध नगर में 500 करोड़ निवेश, रोजगार 2000

- ग्रीनको ग्रुप सोनभद्र में 17181 करोड़ का निवेश करेगी, जिससे 300 युवाओं को रोजगार मिलेगा।

-IKEA ग्रुप- गौतमबुद्ध नगर में 4300 करोड़ का निवेश, रोजगार 500

-लोढ़ा ग्रुप- अयोध्या में 3000 करोड़ का निवेश, रोजगार 100

-शराफ ग्रुप- मुरादाबाद में 1250 करोड़ का निवेश, रोजगार 1250

-अशोक लीलैंड- लखनऊ में 1000 करोड़ का निवेश, रोजगार 500

-जेएसडब्ल्यू एनर्जी- सोनभद्र में 8000 करोड़ का निवेश, रोजगार 840

-टाटा टेक्नॉलाजी- लखनऊ में 4200 करोड़ का निवेश, रोजगार 450

-वरुण वेबरेज- प्रयागराज, अमेठी, गोरखपुर और चित्रकूट में 3500 करोड़ का निवेश, 1500 रोजगार

-सेंचुरी ग्रुप- मुरादाबाद में 4000 करोड़ का निवेश, रोजगार 800

-डालमिया सीमेंट-मिर्जापुर में 3000 करोड़ का निवेश, रोजगार 2500


 

जीबीसी 4.0: राजधानी लखनऊ को एआई सिटी का बनाएंगे प्रमुख केंद्र: सीएम योगी



- बोले सीएम, स्किल को स्पीड देने में एआई की बड़ी भूमिका

- डेस्टिनेशन यूपी-इमर्जिंग हब फॉर एआई इन इंडिया कॉन्क्लेव में शामिल हुए सीएम योगी

- कॉन्क्लेव में माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन, एचसीएल सॉफ्टवेयर लि. और वाधवानी एआई के साथ एमओयू


लखनऊ, 20 फरवरी: उत्तर प्रदेश आज डाटा सेंटर का हब बनने जा रहा है। यहां पर तीन डाटा सेंटर स्थापित हो चुके हैं जबकि आठ नए डाटा सेंटर बन रहे हैं। पहले जहां प्रदेश में इस प्रकार की संभावनाएं नहीं थीं, वहीं आज यूपी हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। आप सभी ने इसे बखूबी देखा भी होगा। प्रदेश के इंस्टीट्यूशन ने स्केल को स्किल में बदलने में अच्छा काम किया है, लेकिन इस स्किल को स्पीड भी चाहिये। इसके लिए हमें डिजिटाइजेशन को अपनाना ही होगा। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत बड़ी मदद कर सकता है। इसका यूज हम केवल एक फील्ड में ही नहीं बल्कि अलग-अलग फील्ड जैसे एग्रीकल्चर, मेडिकल और एजुकेशन में कर सकते हैं। यह उपयोग करने वाले पर निर्भर करता है कि वह किस रूप में इसका उपयोग करता है। राजधानी लखनऊ को एआई सिटी का प्रमुख केंद्र बनाने पर सरकार काम कर रही है। इसमें आईआईएम लखनऊ के युवा भागीदार बन रहे हैं। वहीं गौतमबुद्धनगर विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा में एआई का केंद्र बनाने की दिशा में काम प्रारंभ कर दिया गया है। इसके जरिये प्रदेश के लाखों नौजवानों को उनके घर और जनपद में नौकरी दे सकते हैं। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को आईजीपी में आयोजित डेस्टिनेशन यूपी-इमर्जिंग हब फॉर एआई इन इंडिया कॉन्क्लेव में कही।


इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कॉन्क्लेव में आईलेट्स की मदद से डेस्टिनेशन यूपी अपॉर्च्युनिटीज एआई बुक की लाॅन्चिंग की। इस दौरान सीएम योगी की मौजूदगी में तीन एमओयू का आदान प्रदान किया गया। इसमें माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन के अभिषेक बोस, एचसीएल साफ्टवेयर के ध्रुव कोहली ने एआई सेंटर स्थापित करने और वाधवानी एआई के शेखर ने सरकार से एमओयू का आदान प्रदान किया।


पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम का सबसे सुंदर मॉडल आज यूपी में


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि युवा साथियों ने कल नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की तस्वीर देखी है। आज जब भारत हर क्षेत्र में बुलंदियों की नई ऊंचाइयों को छू रहा है तो उन स्थितियों में उत्तर प्रदेश खुद को पीछे नहीं रख सकता है। ऐसे में 25 करोड़ आबादी की आशा और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें भी सर्वांगीण विकास के दौर में आगे बढ़ना पड़ेगा। इसके लिए पूरे देश में प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाने और देश के विकास के ग्रोथ इंजन में अपनी भूमिका का निर्वहन करने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। इसकी एक छोटी सी झलक आप सभी को चतुर्थ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में देखने को मिली होगी। प्रदेश में पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिये 61 हजार करोड़ रुपये के निवेश को धरातल पर उतारा गया था। वहीं जीबीसी 4.0 में दस लाख 24 हजार करोड़ की परियोजनाओं को धरातल पर उतारने की दिशा में कदम बढ़ाए गए हैं। यह 35 लाख से अधिक युवाओं को सीधे-सीधे नौकरी के साथ जोड़ने का एक अभियान है। सीएम योगी ने कहा कि आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस फील्ड में अपार संभावनाएं हैं। वर्तमान समय में यह एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इसको सरकार ने बखूबी समझा है और इसे ध्यान में रखते हुए वर्ष 2022 में एक पॉलिसी भी प्रदेश में लॉन्च की गई थी। उन्हाेंने कहा कि टेक्नोलॉजी का प्रयाेग करके कितना बड़ा कार्य हो सकता है, इसे प्रदेशवासियों ने पिछले 7 वर्षों में देखा है। इसके जरिये सुशासन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। प्रदेश में 2016-17 तक लोग भूख से मर रहे थे। यहां पर भुखमरी से मौत होती थी जबकि आज पूरे देश में उत्तर प्रदेश में पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम का सबसे सुंदर मॉडल खड़ा हो चुका है। ई पॉस मशीन के जरिये एक जगह एक स्क्रीन से देश की सभी 80 हजार फेयर प्राइस शॉप की मॉनिटरिंग से हर लाभार्थी को उसके अनुसार खाद्यान्न मिलने की जानकारी प्राप्त की जा रही है।


उत्तर प्रदेश में एक-एक निवेश पूरी तरह से सुरक्षित


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि टेक्नोलॉजी के जरिये डीबीटी से हर व्यक्ति को योजना का लाभ दिया जा रहा है। प्रदेश के युवाओं को डिजिटल सक्षम बनाने के लिए स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत दो करोड़ युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित करने की कार्यवाही की जा रही है। वहीं अब तक 20 लाख से अधिक युवाओं को सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है। उत्तर प्रदेश आने वाले समय में टेक्नोलॉजी का प्रमुख हब बनकर उभरेगा। सीएम योगी ने कहा कि 7 वर्ष पहले प्रदेश में कोई निवेश नहीं करता था जबकि आज उत्तर प्रदेश देश में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग के केंद्र के रूप में उभरा है। सीएम योगी ने विभिन्न इंडस्ट्री से आए मेहमानों को आश्वस्त किया कि प्रदेश में एक-एक निवेश पूरी तरह से सुरक्षित होगा। सरकार हर तरह की अपनी प्रतिबद्धताओं को समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ाएगी। सीएम योगी ने मेहमानों से लखनऊ में एयरपोर्ट के पास एआई सिटी और गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा को एआई केंद्र स्थापित करने और गौतमबुद्धनगर में भी केंद्र स्थापित करने की दिशा में भरपूर सहयोग देने की अपेक्षा की। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री योगेंद्र कुमार उपाध्याय, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, आईआईडीसी मनोज कुमार सिंह, डेनियल नाइफ हेड ऑफ इनोवेशन एंड इंटरप्रोन्याेरशिप ईटीएच एआई जुरीक, नवीन सभरवाल चीफ आर्किटेक एआई एंड हेड-सेंट्रल इंजीनियरिंग एचसीएल साफ्टवेयर, हिमानी अग्रवाल कंट्री हेड एजयोर माइक्रोसाफ्ट आदि मौजूद रहे।


 

जीबीसी 4.0 :रसिका शेखर के गीतों पर थिरक उठा लखनऊ



जीबीसी 4.0 के दूसरे दिन भी युवाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का उठाया लुत्फ

मेन हैंगर में रिक्की केज की भक्तिमय बैंड प्रस्तुति को देख मंत्रमुग्ध हो उठे दर्शक

मयूर, फरुवाही, अवधी, राई, बमरसिया समेत अनेक लोकनृत्य का भी लोगों ने किया दीदार


लखनऊ, 20 फरवरीः तीन ग्रैमी पुरस्कार विजेता रिक्की केज की भक्तिमय बैंड प्रस्तुति और रसिका शेखर के बांसुरी वादन का दर्शकों ने जीबीसी 4.0 के दूसरे दिन आनंद उठाया। मुंबई से आए रिक्की केज व उनकी टीम ने गीतों के जरिए गंगा व शिव की आराधना की तो रसिका शेखर के गीतों व बांसुरी की धुन पर लखनऊ थिरक उठा। वहीं शहर में बनाए गए अनेक मंचों पर मयूर, फरुवाही, अवधी, राई, बमरसिया आदि लोकनृत्य का भी लोगों ने दीदार किया।


बैंड की प्रस्तुति पर झूम उठे दर्शक


रिक्की केज व उनकी टीम ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के मेन हैंगर में उप्र संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। देवी सुरेश्वरि भगवती गंगे भजन पर सबसे पहले गंगा नदी की महिमा का वर्णन किया गया। इसके बाद पधारो म्हारे देश सुनाया। बम लहरी- ऊं नमः शिवाय से शिव जी के चरणों में श्रद्धा निवेदित की गई। सुधीर यदुवंशी ने इसे स्वरों से सजाया तो कीबोर्ड पर रिक्की केज, गिटार पर सिद्धार्थ, बांसुरी पर वारिजा श्री व ड्रम पर प्रमथ किरण ने संगत किया।


सिर चढ़कर बोला रसिका के गीतों का जादू



बॉलीवुड गायिका रसिका शेखर ने कौन कहते हैं भगवान आते नहीं-तुम मेरे के जैसे बुलाते नहीं, होठों से छू लो तुम-मेरा गीत अमर कर दो, आज जाने की जिद न करो आदि गीतों पर अपनी प्रस्तुति दी। रसिका ने बांसुरी वादन कर भी अवध के लोगों के दिलों में जगह बना ली। रसिका के साथ जिगर शाह ने ड्रम, चैतन्य ने गिटार, कीबोर्ड पर अर्चित शाह, विवियन डिसूजा और कर्ण चित्रा देशमुख ने भी संगत किया। ध्वनि एमटी आदित्य व लाइट्स दीपक गौतम का रहा।


मयूर लोकनृत्य, फरुवाही, अवधी, राई, बमरसिया समेत अनेक लोकनृत्य का लोगों ने किया दीदार


मयूर, फरुवाही, अवधी, राई, बमरसिया समेत अनेक लोकनृत्यों पर कलाकारों ने प्रस्तुति दी। मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के गेट नंबर दो पर पीलीभीत के बंटी राणा व उनकी टीम ने थारू लोकनृत्य कर हर किसी का ध्यान आकृष्ट किया। मथुरा के राजेश शर्मा व उनकी टीम के सदस्यों ने मयूर लोकनृत्य प्रस्तुत किया। आजमगढ़ के उमेश कन्नौजिया व उनकी टीम ने धोबिया लोकनृत्य से लोगों को परिचित कराया। अयोध्या के विजय यादव-शीतला प्रसाद वर्मा फरुवाही लोकनृत्य, प्रकृति यादव अवधी लोकनृत्य, राजेश गौड़ व आजमगढ़ के सतीश कुमार कहरवा लोकनृत्य पर प्रस्तुति दी। गाजीपुर के सल्टूराम धोबिया लोकनृत्य, प्रयागराज की प्रीति सिंह व कृति श्रीवास्तव टीम ढेढ़िया लोकनृत्य, झांसी के निशांत सिंह भदौरिया व इमरान खान राई, मथुरा के खजान सिंह व महिपाल सिंह टीम के साथ बमरसिया लोकनृत्य पर खूब वाहवाही लूटी। दिवारी-पाईडंडा लोकनृत्य पर महोबा के लखन लाल यादव- बांदा के अखिलेश यादव ने हर किसी को झूमने पर विवश कर दिया। सोनभद्र के कतवारू जनजाति लोकनृत्य व सोनभद्र की आशा कुमारी झूमर लोकनृत्य, संतोष सिंघा ने आदिवासी लोकनृत्य पर प्रस्तुति दी।

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