लखनऊ, 12 जुलाई 2022 : विश्व जनसंख्या दिवस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी उस बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अराजकता आबादी से नहीं बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की बरबादी से उपजती है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'जनसंख्या असंतुलन' को दूर करने पर जोर देने के एक दिन बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि अराजकता आबादी से नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की बर्बादी से उपजती है। उन्होंने यह बात ट्वीट के जरिए कही है। अखिलेश के इस ट्वीट के कई मायने निकाले जा रहे हैं। वहीं, संभल के सपा सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि राजनीतिक फायदा उठाने की मंशा से भाजपा जनसंख्या का मुद्दा उछाल रही है। सपा सांसद ने जनसंख्या कानून के बजाय तालीम और रोजगार के लिए काम करने की सरकार को नसीहत दी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़े, लेकिन जनसांख्यिकी असंतुलन की स्थिति भी न पैदा हो पाए। इसका धार्मिक जनसांख्यिकी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और वहां अराजकता और अव्यवस्था शुरू हो जाती है। इसलिए जब हम जनसंख्या स्थिरीकरण के बारे में बात करते हैं, तो यह सभी के लिए और जाति, धर्म, भाषा या क्षेत्र के ऊपर एक समान होना चाहिए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन देशों की जनसंख्या ज्यादा है, वहां जनसांख्यकीय असंतुलन चिंता का विषय बनता जा रहा है। क्योंकि इससे धार्मिक जनसांख्यकीय पर विपरीत असर पड़ता है। जिसके कारण एक समय के बाद वहां अव्यवस्था, अराजकता जन्म लेने लगती है। ऐसे में जनसंख्या नियंत्रण के प्रयासों से भी मत, मजहब, वर्ग व सम्प्रदाय पर एक समान रूप से जोड़ा जाना चाहिए।
सीएम योगी ने कहा कि वर्ष के अंत तक विश्व की आबादी 800 करोड़ पहुंचने की संभावना है। भारत की आबादी 140 करोड़ के आसपास है और यूपी में भी 24 करोड़ की आबादी है, जो जल्द ही 25 करोड़ की संख्या को पार कर जाएगी। जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरूकता का सबसे अधिक महत्व है।
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