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'दिल्ली से बाहर बड़े कार्यक्रम का आयोजन करने से डरती थी पिछली सरकारें'

chandrapratapsingh

नई दिल्ली, 3 सितंबर 2023 : दिल्ली में नौ और दस दिसंबर को जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) होने वाला है। सात सितंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत आने वाले हैं। इसी बीच पीएम मोदी (PM Modi) ने समाचार एजेंसी से खास बातचीत की।

बातचीत के दौरान उन्होंने जी20 शिखर सम्मेलन से लेकर आतंकवाद और रूस-यूक्रेन मुद्दों पर अपनी बात रखी। जी20 की बैठक कश्मीर से लेकर अरुणाचल तक, देशभर में आयोजित की गई।

देशभर में बैठक कराने के लिए पीएम मोदी ने क्या कहा?

दिल्ली के बाहर यानी दूसरे राज्यों में जी20 की सफलतापूर्वक बैठक कराए जाने पर पीएम मोदी ने कहा कि देश भर में जी-20 कार्यक्रमों की मेजबानी करने का उनकी सरकार का निर्णय लोगों, शहरों और संस्थानों के बीच क्षमता निर्माण में एक निवेश है। वहीं, उन्होंने पुरानी सराकर यानी यूपीए पर तंज कसते हुए कहा कि पिछली सरकारों को दिल्ली के बाहर आयोजन कराने की लोगों की क्षमताओं पर भरोसा नहीं था।

पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें हमेशा लोगों पर बहुत भरोसा था। उन्होंने कहा कि जब तक भारत की जी20 अध्यक्षता का कार्यकाल समाप्त होगा, तब तक सभी 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों के 60 शहरों में 220 से अधिक बैठकें हो चुकी होंगी।

उन्होंने कहा कि लगभग 125 देशों के एक लाख से अधिक प्रतिभागी भारतीयों के कौशल को देखेंगे। उन्होंने कहा, "हमारे देश में 1.5 करोड़ से अधिक लोग इन कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं।

देश के कई शहरों में वैश्विक आयोजन कराने की क्षमता: पीएम मोदी

पूरे भारत में जी-20 बैठक आयोजित करने की अवधारणा के पीछे उनके तर्क के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह देखा गया है कि कुछ देश, भले ही आकार में छोटे हों, ओलंपिक सहित हाई-प्रोफाइल वैश्विक बैठकें आयोजित करने की जिम्मेदारी लेते हैं और शानदार आयोजन करके दिखाते हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि आज के समय हमारे देश के कई शहरों में अंतरराष्ट्रीय आयोजनों को सफलतापूर्वक कराने की क्षमता है। पीएम मोदी ने आगे जानकारी दी कि उन्होंने राज्य के मुख्यंत्रियों से भी कहा कि जो भी प्रतिभागी देश उनके राज्य में आए उनके साथ राज्य स्तर पर भी संबंध मजबूत बनाएं।

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर कसा तंज

पीएम मोदी ने पूर्व सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले की सरकारों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से अतीत में दिल्ली में विज्ञान भवन के अंदर और उसके आसपास के क्षेत्रों में ही ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे।

शायद इसलिए क्योंकि यह एक आसान रास्ता था या शायद इसलिए क्योंकि सत्ता में बैठे लोगों को इतने बड़े पैमाने की योजनाओं को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों में विश्वास की कमी थी।"

देशभर में आयोजन हो रहे हैं वैश्विक सम्मेलन: पीएम

पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे आयोजनों को सफलतापूर्वक कराने को लेकर सरकार ने देश का दृष्टिकोण बदल दिया है। पिछले साल 8वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन गोवा में हुआ। दूसरा एफआईपीआईसी शिखर सम्मेलन जिसमें कई प्रशांत द्वीप राष्ट्र शामिल थे, जयपुर में हुआ। वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन हैदराबाद में हुआ। जी20 में भी यही दृष्टिकोण जारी है

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