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गुलाम कश्मीर को वापस लेने को तैयार, बस आदेश का है इंतजार


पुंछ, 22 नवंबर 2022 : उत्तरी सेना केकमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्रद्विवेदी ने गुलामकश्मीर (Pok)को लेकरबड़ा बयान दियाहै। उन्‍होंनेमंगलवार को कहाकि भारतीय सेनागुलाम कश्मीर (Pok)कोवापस लेने जैसेआदेशों को पूराकरने के लिएतैयार है। ज्ञातहो कि केंद्रीयमंत्री अमित शाहऔर राजनाथ कईबार कह चुकेहैं कि गुलामकश्मीर (Pok) भारत काहिस्‍सा है, हम इसे लेकररहेंगे। इस बारेमें भारत कीसंसद में प्रस्‍ताव पारितहो चुका है।

भारत सरकारके किसी भीआदेश को पूराकरेगी सेना

रक्षा मंत्री राजनाथसिंह का गुलामकश्मीर (Pok) वापस लेनेका बयान परउत्तरी सेना केकमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्रद्विवेदी ने कहाकि जहां तकभारतीय सेना कासंबंध है, वहभारत सरकार द्वारादिए गए किसीभी आदेश कोपूरा करेगी। जबभी इस तरहके आदेश दिएजाएंगे, हम इसकेलिए हमेशा तैयाररहेंगे।

युद्ध विराम टूटनेका देंगे मुंहतोड़ जवाब

युद्ध विराम कोलेकर भारत औरपाकिस्तान के बीचसमझौते पर उत्तरीसेना के कमांडरउपेंद्र द्विवेदी ने कहाकि सेना हमेशायह सुनिश्चित करनेके लिए तैयारहै कि दोनोंदेशों के बीचयुद्धविराम की समझकभी न टूटेक्योंकि यह दोनोंदेशों के हितमें है। लेकिनअगर कभी भीटूटा तो हमउन्हें करारा जवाब देंगे।

अग्निवीरों को लेकरसरकार और सेनाकी व्‍यापकयोजना

उन्होंने कहा किदेश में 25 वर्षसे कम आयुके 50 प्रतिशत सेअधिक लोग हैं।यदि हम उन्हेंअग्निवीरों के रूपमें लेते हैं, उन्हें पढ़ाते हैं औरउन्हें वापस भेजतेहैं तो उनमेंसे कुछ कोवापस भेज सकेगे, उनमें से कुछको अर्धसैनिक बलोंऔर पुलिस बलोंमें भेजा जाएगाऔर बाकी खुदका रोजगार करकर सकेंगे।

लांचपैड पर बैठेहैं लगभग 160 आतंकी

उन्होंने आगे कहाकि सीमा पारलॉन्चपैड पर लगभग 160 आतंकी बैठे हैंजिनमें पीर पंजालके 130 उत्तर और पीरपंजाल के दक्षिणमें 30 हैं। पूरेभीतरी इलाकों मेंकुल 82 पाकिस्तानी आतंकवादी और 53 स्थानीय आतंकवादी बैठे हैं।चिंताजनक यह हैकि लगभग 170 अज्ञातआतंकी सेना केपास सूचीबद्ध हैं, जिन्हें आतंकी गतिविधियों कोअंजाम देने काकाम सौंपा गयाहै। इससेपहले 28 अक्टूबर को, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह नेपाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर (पीओके) को वापस लेनेके लिए नईदिल्ली के संकल्पको दोहराया औरकहा कि सभीशरणार्थियों को उनकीजमीन और घरवापस मिल जाएगा।

पड़ोसी देश पिस्तौल, ग्रेनेड और ड्रग्सकी खेप भेजरहा

अनुच्छेद-370 निरस्त होने केबाद सुरक्षा स्थितिके बारे मेंजनरल उपेंद्र द्विवेदीने कहा किसुरक्षा परि²श्यमें पांच अगस्त, 2019 के बाद एकबड़ा बदलाव देखागया है। उन्होंनेकहा कि शांतिऔर विकास कोगति मिली है।इसके अलावा उन्होंनेकहा कि जम्मू-कश्मीर में सक्रियआतंकी हथियारों कीकमी का सामनाकर रहे हैंऔर पड़ोसी देशपिस्तौल, ग्रेनेड और ड्रग्सकी खेप भेजरहा है।

छोटे हथियारोंका इस्तेमाल

गैर जम्मू-कश्मीर निवासियों कोनिशाना बनाने के लिएकिया जा रहाहै, जो यहांअपनी जीविका कमानेके लिए आतेहैं। बेगुनाहों कीहत्या में शामिललोगों को कार्रवाईका सामना करनापड़ेगा। जनरल द्विवेदीने कहा किइस तरफ भारीमात्रा में ड्रग्सभेजा जा रहाहै और पिछलेसाल जून मेंबारामुला में 45 करोड़ रुपयेकी हेरोइन केअलावा हथियार जब्तकिए गए थे।

ड्रोन की साजिशकी जा रहीनाकाम

ड्रोन की चुनौतीपर जनरल उपेंद्रद्विवेदी ने कहाकि जहां परहथियार और ड्रग्सगिराए जा रहेहैं उन क्षेत्रोंको सेना नेचिन्हित कर लियाहै। इसके अलावाड्रोन की साजिशको नकाम बनानेके लिए भीकार्रवाई की जारही है। स्थानीयआतंकी भर्ती केबारे में लेफ्टिनेंटजनरल द्विवेदी नेकहा कि भर्तीमें 35 प्रतिशत बीस वर्षसे कम आयुके युवा शामिलहैं और शेष 75 प्रतिशत में बीससे तीस वर्षकी आयु केबीच के युवाशामिल हैं। यहमाता-पिता केलिए अपने बच्चोंपर नजर रखनेऔर उचित परवरिशसुनिश्चित करने कासमय है। इनयुवाओं को अध्ययनकरने और बाहरकी दुनिया देखनेकी जरूरत है।हमने 1800 युवाओं को पढ़ाईके लिए भारतके विभिन्न हिस्सोंमें भेजा है।

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