लखनऊ, 10 जून 2023 : कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या जिस चेक रिपब्लिक .357 बोर की मैग्नम अल्फा रिवाल्वर से की गई वह हरियाणा से सप्लाई हुई थी। पिस्टल विजय यादव को किसने दी? कैसे वह हरियाणा के शूटरों के संपर्क में आया? अब पुलिस इन बिंदुओं की पड़ताल कर रही है। वहीं, विजय यादव से पूछताछ में पता चला है कि वह तीन माह से गोमतीनगर विस्तार में डेरा डाले था। यहीं वह असलहे से निशाना साध रहा था। यहां रहकर वह एक कंपनी में काम कर रहा था। पुलिस अब कंपनी के साथ ही शूटर विजय यादव को शरण देने वालों के बारे में जानकारी जुटा रही है। विजय यादव को जल्द ही रिमांड पर पुलिस लेगी। रिमांड के बाद इन तमाम बिंदुओं पर पूछताछ कर ब्योरा जुटाएगी।
जेल अस्पताल में रखा गया विजय यादव, बोला जान का खतरा
गुरुवार को रात करीब 11 बजे विजय यादव को जिला कारागार में दाखिल किया गया। उसके चेहरे और हाथ में चोट है। इस लिए अस्पताल में रखा गया है। विजय ने बैरक में खुद को खतरा भी बताया है, क्योंकि जीवा से जुड़े कई अपराधी भी जिला कारागार में बंद है। इस लिए विजय की अस्पताल में सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
पिस्टल में फंस सकती है गोली इस लिए चुनी रिवाल्वर
विजय यादव को जीवा की हत्या के लिए पहले पिस्टल दी गई थी। पिस्टल में गोली सकती है यह बात कहकर विजय ने इसके प्रयोग से मना कर दिया था। उसने बढ़िया क्वालिटी की रिवाल्वर की मांग की। इसके बाद हरियाणा के शूटरों से संपर्क कर उसके लिए मैग्नम अल्फा रिवाल्वर मंगवाई गई थी।
जीवा की हत्या में पूर्वांचल और हरियाणा कनेक्शन
जीवा की हत्या करने वाला विजय यादव जौनपुर के केराकत का रहने वाला है। उसने हत्या के लिए रिवाल्वर हरियाणा से मंगाई। पुलिस अब जीवा की हत्या में पूर्वांचल के माफियाओं और हरियाणा के शूटरों का भी कनेक्शन खंगाल रही है। विजय यादव पूर्वांचल में किन-किन लोगों के संपर्क में था। इसकी जानकारी उसके मोबाइल फोन की डिटेल्स से ही पता चल सकेगा। पूर्वांचल में राजनैति दलों से जुड़े कई लोगों के साथ ही माफिया भी पुलिस की रडार पर हैं। पुलिस उनकी भी कुंडली खंगाल रही है।
विजय यादव का एक साथी कोर्ट के बाहर से दे रहा था पल-पल की खबर
जीवा जिला जेल लखनऊ से करीब 11 बजे एससी-एसटी कोर्ट के लिए 10 पुलिस कर्मियों की सुरक्षा में रवाना हुआ। विजय यादव पुराना हाईकोर्ट के स्टैंड वाले गेट से 10:30 बजे कोर्ट परिसर में दाखिल हुआ था। उसने अपना एक साथी कोर्ट के बाहर छोड़ रखा था। उससे वह वाट्सएप पर बात कर रहा था। करीब 12 बजे जीवा को लेकर पुलिस वैन कोर्ट परिसर पहुंचे उसे लाकअप में ले जाया गया।
गेट से इसकी जानकारी विजय यादव के साथी ने उसे वाट्सएप पर दी थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक करीब 3:30 बजे जब पुलिस कर्मी जीवा को पेशी के लिए एससीएसटी कोर्ट ले जाने के लिए रवाना हुए उसी समय पीछे विजय यादव भी आगे बढ़ा। विजय यादव ने इसके पहले अपने मोबाइल को फार्मेट कर वाट्सएप मैसेज और अन्य साक्ष्य समाप्त कर दिए थे। अब विजय के मोबाइल को साइबर फोरेंसिक लैब भेजा गया है। फोरेंसिक एक्सपर्ट सारा डेटा रिकवर कर साक्ष्य संकलन करेंगे।
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