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प्रधानमंत्री की योजना में लूट मचाने वाला तालीबानी प्रधान पेड़ से बांध कर पीटता है-पुलिस मूकदर्शक



प्रधानमंत्री आवास योजना लूट का धंधा बन गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक हर व्यक्ति को घर देने का जो सपना देखा था वो योगीराज में टूट रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर ग्राम प्रधान और अधिकारी जम कर लूट मचाए हैं।


ताजा प्रकरण बहराइच के थाना खैरीघाट के पिपरिया गांव का है। जहां प्रधानमंत्री आवास देने के नाम पर ग्राम प्रधान गिरधारी ने भुलई नाम के एक ग्रामीण से 10 हजार रुपये ले लिए थे। आवास न मिलने पर जब पीड़ित ने अपना पैसा मांगा तो नाराज ग्राम प्रधान ने ग्रामीण को पेड़ से बांध कर अपने सहयोगियों के साथ तमाशबीनों के बीच जमकर पिटाई कर डाली।


खैरीघाट थाना क्षेत्र के पिपरिया गांव निवासी भुलई गरीब आदमी है। उसने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास के लिए ग्राम प्रधान से गुहार लगाई थी। गुहार लगाने पर ग्राम प्रधान गिरधारी लाल ने ₹ 10 हजार रुपये की मांग की। जिसे उसने दे दिया था। काफी समय तक आवास न मिलने पर पैसे वापस मांगे। बीते 01 अगस्त को पीड़ित भुलई ग्राम प्रधान के पास अपना पैसा मांगने पहुंचा। जिस पर प्रधान ने अपने साथी समयदीन, जसवंत और राधेश्याम के साथ उसे बंधक बना लिया। गांव के बाहर एक पेड़ में कपड़े से उसे बांध दिया गया। जिसके बाद पिटाई शुरु कर दी। उसकी पत्नी कामिनी देवी गोद में दुधमुंही बच्ची को लेकर उनके सामने गिड़गिड़ाती रही। मगर सभी उसकी पिटाई करते रहे। इस दौरान वैवाही चौकी के कुछ पुलिस कर्मी भी खड़े हुए थे।


घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे वैवाही पुलिस चौकी के पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में भी आरोपी की पिटाई की करते रहे। दुधमुंही बच्ची को लिए उसकी पत्नी गिड़गिड़ाती रही। मगर सभी ने पिटाई करना बंद नहीं किया। इस नजारे को देख हर कोइ सहम गया, मामला संज्ञान में आने पर एसपी ने चौकी इंचार्ज समेत दो पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। घटनाकाण्ड में शामिल आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करते हुए प्रधान समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।


पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन मिश्रा ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद ग्राम प्रधान समेत चार लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घटना में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने के बाद वैवाही चौकी इंचार्ज "विजयसेन यादव" और पुलिस कर्मी "अभिलाष को लाइन हाजिर कर दिया गया है। पूरे मामले की जांच सीओ को सौंपी है।


एसपी बहराइच डॉ. विपिन मिश्रा ने बताया कि पिपरिया गांव में हुई घटना में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोषी पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई की गई है। लाइन हाजिर किए जाने के साथ अन्य मामले की जांच सीओ स्तर के अधिकारी को दी जा रही है।


सिर्फ इतना ही नहीं पुलिस और प्रधान की दंबगई का आलम ये है कि सुलहनामे पर चौकी इंचार्ज ने जबरन पीड़ितों से अंगूठा तक लगवा लिया।


ये मामला दो तरह से बेहद गंभीर है। एक तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना उत्तर प्रदेश में योगी के मुख्यमंत्री रहते भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है। दूसरी तरफ पुलिस की गैरजिम्मेदारी पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर रही है। इसी तरह घर घर शौचालय योजना में भी प्रधानों ने जम कर कमीशनखोरी की है।


टीम स्टेट टुडे




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