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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया जेई की जड़ों में मट्ठा डालने का आदेश



पूर्वांचल का शोक कहा जाने वाला दिमागी बुखार यानी जापानी इंसेफेलाइटिस और एक्यूट इंसेफेलाइटिस जड़ से खत्म होगा। आजादी के बाद से अब तक लाखों बच्चों को लील चुका ये बुखार योगी आदित्यनाथ के स्थाई पते गोरखपुर के साथ साथ पूरे पूर्वांचल में हर साल कहर बन कर टूटता है।


मुख्यमंत्री ने आज अपने सरकारी आवास पर जेई टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज ही खुशहाल परिवार दिवस तथा सुरक्षा कवच के अवसर पर प्रदेश के हर परिवार को बेहद स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने का संकल्प दोहराया।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं जापानी इन्सेफेलाइटिस (जे.ई.) टीकाकरण अभियान 'मिशन इन्द्रधनुष' के तृतीय संस्करण और शगुन किट वितरण के इस कार्यक्रम पर स्वास्थ्य विभाग को हृदय से बधाई देता हूं और आज के अवसर पर सभी लाभार्थियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अकेले पूर्वी उत्तर प्रदेश के केंद्र बिंदु गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इस बीमारी से प्रति वर्ष हजार से 1200 बच्चों की मौत होती थी और जो लोग मेडिकल कॉलेज तक नहीं पहुंच पाते थे उनकी संख्या भी लगभग इतनी ही थी। 2017 में हमने अंतरविभागीय समन्वय के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग को नोडल बनाकर कार्यक्रम प्रारंभ किया और विशेष अभियान चलाकर इस बीमारी पर अंकुश लगाने में सफलता पाई।


यह अंतरविभागीय समन्वय हमारे इस अभियान की सफलता का मूल मंत्र है। इंसेफेलाइटिस पर नियंत्रण तब संभव हुआ जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुकम्पा से देश में स्वच्छ भारत मिशन चला। पिछले चा वर्ष वर्ष के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार ने ने अंतर विभागीय समन्वय के माध्यम से इंसेफेलाइटिस पर प्रभावी नियंत्रण करने में सफलता प्राप्त की है। इंसेफेलाइटिस पिछले 40-42 वर्षों से पूर्वी उत्तर प्रदेश के नौनिहालों को निगल रही है।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश तथा विशेष रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश में जापानी इंसेफेलाइटिस व एक्यूट इंसेफेलाइटिस बेहद जानलेवा हो चुका था।


इस महामारी से हर वर्ष हजारों लोग, इनमें भी अधिकांश बच्चे अपनी जान गंवा रहे थे। हमने पर इस पर अंकुश लगाने की बड़ी योजना तैयार की और अपने अभियान में हम बेहद सफल भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीते चार वर्ष से इसका कहर काफी कम होता जा रहा है। हमको भरोसा है कि हम इसको जड़ से समाप्त करने में सफल रहेंगे। इसी कारण इस बार फरवरी से ही हमने टीकाकरण अभियान शुरू किया है। पहले यह काम नवंबर में होता था, जो कि कम असर वाला होता था।


मुख्यमंत्री ने जेई टीकाकरण का शुभारंभ करते हुए कहा कि अब यह समय जेई टीकाकरण का है। प्रदेश में नवंबर 2005 में पहली बार अभियान शुरु हुआ। उस समय हम लोग इस निष्कर्ष पर पहुंचे थे कि टीका एक्टीवेट होने में कुछ समय लगता है। इसके बाद से हमने फैसला लिया कि फरवरी में ही टीका लगवाएंगे। इसका काफी बेहतर परिणाम सामने आएगा। उन्होंने कहा कि आज ही हम खुशहाल परिवार दिवस का भी आगाज कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि हर परिवार स्वस्थ तथा खुशहाल रहे। हम उनको बेहतर से बेहतर सुविधा देने के लिए व्यापक प्रयास कर रहे हैं।


सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में हर जनपद में हमने स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय की मदद से बड़े केंद्र बनावाए हैं। इसके बाद भी किसी को सुविधा मिलने में परेशानी है तो हम लोग मोबाइल वैन के माध्यम से टेली मेडिसिन सुविधा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2017 तक मात्र 12 जनपदों में राजकीय मेडिकल कॉलेज संचालित थे। अब 30 और जिलों में राजकीय मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य प्रगति पर है।

इसमें दोराय नहीं है कि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री रहते अगर पूर्वांचल से दिमागी बुखार जड़ से खत्म हो गया तो ये सरकार के लिए अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि होगी।

टीम स्टेट टुडे


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