नई दिल्ली, 3 अगस्त 2023 : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गुरुवार को वाराणसी स्थित ज्ञानवापी परिसर को लेकर अहम फैसला सुनाया। हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा सर्वे को हरी झंडी दे दी है। हाईकोर्ट ने मामले में वाराणसी जिला जज के फैसले को चुनौती देने वाली अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद की याचिका को खारिज भी कर दिया है। हाईकोर्ट के इस फैसले पर मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी की प्रतिक्रिया सामने आई है।
जल्द से जल्द हो फैसला: हेमा मालिनी
बीजेपी सांसद हेमा मालिनी से ज्ञानवापी परिसर पर दिए हाईकोर्ट के फैसले को लेकर सवाल पूछा गया था। इसके जवाब में हेमा मालिनी ने कहा, अच्छी बात है... इस पर फैसला जल्द से जल्द होना चाहिए, नहीं तो कुछ ना कुछ बातें होती रहती हैं। जल्दी फैसला आएगा तो देश के लिए अच्छा होगा।
अदालत के फैसले पर क्या बोले एसटी हसन?
समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद एसटी हसन ने कहा कि सभी को अदालत के आदेशों और सर्वेक्षण के निष्कर्षों का पालन करना चाहिए। सपा नेता ने आगे कहा कि देश को सांप्रदायिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता की जरूरत है।
वाराणसी के जिला जज ने दिया था आदेश
बता दें कि वाराणसी के जिला जज ने 21 जुलाई को ज्ञानवापी परिसर में वजूखाना व शिवलिंग छोड़कर अन्य क्षेत्र के एएसआइ सर्वे का निर्देश दिया था। इसके खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट से भी मुस्लिम पक्ष को राहत नहीं मिली थी। कोर्ट ने 24 जुलाई को एएसआई सर्वे पर 26 जुलाई तक रोक लगाते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट जाने की सलाह दी थी।
Comments