नई दिल्ली, 18 फरवरी 2023 : साल दर साल सिमट रही सर्दी और जल्द आती गर्मी का ही असर है कि रंगों का पर्व इस बार भी खासी गर्मी में मनेगा। होली तक तापमान इतना हो जाएगा कि पसीना छूटने लगेगा। भीगने पर ठंड ना लगेगी बल्कि अच्छा महसूस होगा। यह स्थिति केवल दिल्ली एनसीआर में ही नहीं बल्कि हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में रहने वाली है। होली का त्योहार अमूमन मार्च के पहले अथवा दूसरे सप्ताह में पड़ता है। इस दौरान सर्दी अपनी वापसी की राह पर होती है और गर्मी दस्तक दे रही होती है। इसी कारण हल्की ठंड का एहसास बना रहता है।
सामान्य से ऊपर रहा है तापमान
पानी से खेलने पर ठिठुरन भी महसूस होती है। लेकिन पिछले कई साल से सर्दी फरवरी में ही विदाई लेने लगी है। इस साल भी फरवरी में दिल्ली में दिन का तापमान ज्यादातर दिन सामान्य से ऊपर ही रिकॉर्ड किया गया है।
औसतन अधिकतम तापमान हुआ पार
जानकारी के अनुसार, फरवरी का औसत अधिकतम तापमान 23.2 डिग्री और मार्च का 29.6 डिग्री सेल्सियस है। लेकिन इस बार फरवरी के तीसरे सप्ताह में ही यह 29 डिग्री पार हो चुका है। 28 फरवरी तक यह 32 डिग्री सेल्सियस को छू लेगा।
न्यूनतम और अधिकतम तापमान बढ़ेगा
न्यूनतम तापमान भी 10 से 11 डिग्री तक पहुंच गया है और माह खत्म होने तक 12 से 13 डिग्री तक पहुंच जाने की संभावना है। इस हिसाब से मार्च के पहले सप्ताह में अधिकतम तापमान 35-36 और न्यूनतम 14-15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। ऐसे में पसीना छूटना तय है।
पश्चिमी विक्षोभ से बारिश की संभावना
हालांकि 25 से 27 फरवरी के दौरान एक पश्चिमी विक्षोभ आएगा, जिसके चलते हल्की वर्षा भी होगी, लेकिन ठंड के एहसास वाली होली की संभावना खत्म ही मानकर चलिए। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इसके पीछे एक मुख्य वजह जलवायु परिवर्तन के कारण लगातार बढ़ रही चरम मौसमी घटनाएं तो हैं ही, मजबूत पश्चिमी विक्षोभों का अभाव भी है। पिछले कुछ दिनों से कोई मजबूत पश्चिमी विक्षोभ नहीं आया। आसमान लगातार साफ चल रहा है और धूप भी रोज खिल रही है। इसीलिए तापमान और गर्मी में इजाफा हो रहा है।
एक दशक के दौरान होली पर अधिकतम तापमान
वर्ष 2011 में होली पर अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वर्ष 2010 में होली का पर्व फरवरी माह में पड़ा था। सन 2021 में तीसरी बार था जब वर्ष 2000 के बाद होली का पर्व 25 मार्च के बाद पड़ा। अमूमन इन दिनों मौसम अधिक गर्म माना जाता है। इससे पहले वर्ष 2005 में 25 मार्च को होली का पर्व था।
2013 में 27 मार्च को होली मनाई गई थी। 2021 में 29 मार्च को होली थी, तब तापमान 38 डिग्री पार हो गया था। 2022 में यह 18 मार्च को थी और तापमान 36 डिग्री पार रहा था। इस बार आठ मार्च को ही होली 35 से 36 डिग्री के बीच मनाई जाएगी।
सर्दी अब विदाई ले चुकी है। तापमान और गर्मी के एहसास में निरंतर वृद्धि ही होगी। लिहाजा होली पर अच्छी गर्मी पड़ना अब तय है। तेज धूप और 35-36 से ऊपर तापमान में पसीना निकलना भी स्वाभाविक है। इसलिए इसमें कोई संदेह नहीं कि इस बार होली पर ठंड नहीं बल्कि ठीकठाक गर्मी का एहसास होगा। - महेश पलावत, उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन), स्काईमेट वेदर
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