केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने 'इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काई’ दिवस के मौके पर रूट्स टू रूट्स संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से बच्चों से संवाद किए।
- घर से लेकर स्कूल तक पर्यावरण संरक्षण का ब्रांड एंबेसडर बने बच्चे।
-पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता लाने का करना है प्रयास।
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं राज्यमंत्री तथा उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि बच्चे कल के नहीं, आज के भविष्य हैं। पर्यावरण संरक्षण में बच्चों की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। इन्हें शुरू से ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाना है। ताकि उम्र बढ़ने के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता अपने में लाएं।
केंद्रीय राज्यमंत्री श्री चौबे रूट्स टू रूट्स संस्था द्वारा इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काई दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से देश के विभिन्न राज्यों के स्कूली बच्चों को संबोधित कर रहे थे। बच्चों के संवाद के दौरान उन्होने बच्चों को घर से लेकर स्कूल तक पर्यावरण संरक्षण के ब्रांड एंबेसडर बनने के लिए प्रेरित किया। ताकि बच्चों से युवा भी सीख सकें। बच्चे अपने माता, पिता, पड़ोस एवं स्कूल में भी पेड़ पौधे लगाने, साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखने के लिए सभी को प्रेरित करें। केंद्रीय राज्यमंत्री श्री चौबे ने कहा कि सामाजिक रुप से हमारे बच्चे स्कूली स्तर से ही संवेदनशील हो, इसे लेकर ठोस प्रयास करना होगा। स्कूली स्तर पर सामाजिक कार्यों से बच्चों को जोड़ा जाता है। उसे और व्यापक व रचनात्मक बनाने की जरूरत है। जिससे बच्चे अपने सामाजिक कर्तव्य के प्रति शुरू से ही संवेदनशील रहें। उन्होंने कार्यक्रम आयोजन के लिए रूटस टू रूट्स संस्था के फाउंडर राकेश गुप्ता टीना वछानी व रोहित कुमार को बधाई दी। स्वच्छ पवन नील गगन का नारा दिया। बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में केंद्रीय राज्यमंत्री श्री चौबे से सवाल भी पूछे। इस मौके पर उन्होंने बच्चों को
"मेरी धरती मेरा अभिमान।
इसको स्वच्छ बनाना, मेरा काम ,
इसको स्वच्छ बनाना हम सबका का काम" की भी शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से दिल्ली, गुवाहाटी, हरियाणा, तमिलनाडु, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, नॉर्थ ईस्ट के अन्य राज्य, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, दमन द्वीप, मध्यप्रदेश 19000 व नेपाल, भूटान, श्रीलंका, रशिया से भी बच्चे जुड़े।
टीम स्टेट टुडे
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