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सावधान! उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट का अलर्ट जारी,सीएम योगी ने दिए निर्देश



सावधानी ही बचाव है। कोरोना वायरस से बचना ही बचाव है। ये बात जितनी बार में जिस तरह से आप समझ सकें, समझ लीजिए।


ताजा खबर ये है कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार की तरफ से कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट का अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रदेश में अब तक इस वायरस का कोई संक्रमित तो नहीं मिला है लेकिन जिस तरह यूपी की सीमा से लगने वाले राज्यों में इस वैरिएंट के मरीज मिले हैं उसके बाद मुख्यमंत्री योगी और पूरी सरकार सतर्क हो गई है।


सीएम योगी आदित्यनाथ ने दूसरे राज्यों से जिलों में आ रहे लोगों का सैंपल लेकर उसकी जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) भेजने के निर्देश दिए हैं।


मुख्यमंत्री ने पूरी सख्ती निर्देश दिया है कि हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर भी पूरी सतर्कता बरती जाए।


आम नागरिकों से खुद भी सतर्कता बरतने की अपील सरकार की तरफ से की गई है। अगर बाहर प्रदेश से कोई वयक्ति या किसी का रिश्तेदार आ भी रहा है तो उसकी जांच जरुर करवाइए। जांच से मत बचिए। यूपी सरकार की ट्रैक-टेस्ट-ट्रीट की नीति से ही प्रदेश ने कोरोना की दूसरी लहर से लड़ाई लड़ी है। इसलिए हर स्तर पर खतरनाक डेल्टा प्लस वैरिएंट से बचने के लिए सभी जरूरी उपाए जरुरी है।


क्या कह रहे हैं डाक्टर


डेल्टा प्लस वैरियंट में भी लक्षण सिरदर्द, सर्दी-जुकाम के ही शुरुआत में नजर आएंगे। इसलिए नाक बहने और गले में खराश को नजरअंदाज न करें और तत्काल जांच कराएं। इस कोरोना वायरस से ग्रस्त रोगियों में भी यही लक्षण पाए गए हैं।


अभी कहां कहां पहुंचा है डेल्टा प्लस वैरिएंट


डेल्टा प्लस वैरियंट अब तक महाराष्ट्र केरल, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में पहुंच चुका है। इन राज्यों में करीब 40 मामले सामने आए हैं।


ये तो आप जानते ही हैं कि एम्स दिल्ली के निदेशक डाक्टर रणदीप गुलेरिया और महाराष्ट्र की कोविड टास्ट फोर्स कोरोना की तीसरी लहर को चार से छ हफ्ते दूर बता रहे हैं। अभी दूसरी लहर पूरी तरह खत्म नहीं हुई है और वायरस ने अपना रुप बदल लिया है। इसलिए स्थिति बेहद नाजुक है।


क्या स्थिति है वैक्सीनेश की उत्तर प्रदेश में


उत्तर प्रदेश में 24 दिन में 1.04 करोड़ से अधिक लोगों का टीकाकरण किया गया है। सिर्फ जून महीने का लक्ष्य छह दिन पहले ही पूरा हो गया है। एक जुलाई से हर दिन कम से कम 10 लाख लोगों के टीकाकरण की तैयारी शुरू हो गई है।


प्रदेश में टीकाकरण का ग्राफ लगातार बढ़ाया जा रहा है। जून माह में एक करोड़ डोज देने का लक्ष्य रखा गया था। 23 जून तक 97 लाख डोज दी गई। 24 जून को सात लाख 84 हजार लोगों का टीकारण किया गया। इसमें 5 लाख 27 हजार लोग 18 से 44 आयु वर्ग के थे। जून माह का ग्राफ एक करोड़ का लक्ष्य पार कर गया है।

अब तक प्रदेश में दो करोड़ 80 लाख से अधिक डोज दी जा चुकी है। अब तक 41 लाख 42 हजार से अधिक लोग टीके के दोनों डोज ले चुके हैं।


राज्य में कोरोना से रिकवरी दर 98.5 प्रतिशत और पॉजिटिविटी दर 0.08 फीसदी है। गुरुवार को मिले मरीजों में सबसे ज्यादा लखनऊ में 24, प्रयागराज में 8, मेरठ में 18, वाराणसी में 16, लखीमपुर में 11, आगरा में 12 और कानपुर नगर में 12 मरीज मिले हैं। इसी तरह दम तोड़ने वाले मरीजों में सबसे ज्यादा कानपुर नगर में 11 और लखनऊ में तीन की मौत हुई है।


अनलाक की प्रक्रिया में जिस तरह से लोग बेपरवाह होकर घर से निकल रहे हैं...बाजार में सब्र का अभाव दिख रहा है वो खतरनाक है। इसलिए घर से तभी निकलें जब आवश्यक हो। उचित दूरी बनाकर रखें। मास्क लगाकर निकलें। कोविड गाइडलाइंस का पालन करें।


टीम स्टेट टुडे


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