कोरोना की तीसरी लहर का कहर भले भारत में ना दिख रहा हो लेकिन दूसरी लहर के प्रकोप का प्रभाव अभी गया नहीं है। ये सच है कि लगभग सभी राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में बीते महीनों की अपेक्षा कमी आई है लेकिन स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है।
इस बीच यूरोप समेत म्यांमार, बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों में कोरोना की तीसरी लहर का कहर व्यापक हो चला है। तीसरी लहर भारत में गंभीर स्थिति पैदा कर सकती है इसलिए केंद्र सरकार लगातार राज्य सरकारों ने ना सिर्फ संपर्क में है बल्कि समय समय पर उन्हें गाइडलाइंस भी जारी करने के साथ साथ स्थिति की समीक्षा भी कर रही है।
इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इन राज्यों में तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश , कर्नाटक, केरल , ओडिशा और महाराष्ट्र हैं। प्रधानमंत्री के ने कहा कि कुछ राज्यों में कोरोना के मामले फिर बढ़ना चिंता का विषय है। यूरोप के कई देशों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। भारत को हर स्तर पर सतर्क रहना होगा। दूसरी लहर के प्रभाव भी लंबा खिंच रहा है। चूंकि लंबे समय तक कोरोना रहने से नए वैरिएंट का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में हमें इससे बचवा करना होगा।
पीएम ने बताया क्या कैसे करें राज्य सरकारें
कोरोना प्रभाव की समीक्षा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगर स्थिति नियंत्रित नहीं की गई तो हालात फिर बेकाबू होगें। इससे बचने के लिए अभी से माइक्रो कंटेमेंट जोन पर ध्यान देने की जरूरत है। इस दौरान सभी राज्य सरकारों ने इस संकट के वक्त में एक-दूसरे से सीखने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने पिछले हफ्ते पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से हुई बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि दूसरी लहर के दौरान कुछ राज्यों ने लॉकडाउन नहीं किया, लेकिन माइक्रो कंटेंमेंट जोन पर ज्यादा ध्यान दिया। उसी कारण वह हालात को संभालने में कामयाब हुए।
4T का मंत्र है कोरोना से बचने का रास्ता
प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश , कर्नाटक, केरल , ओडिशा और महाराष्ट्र को चेताते हुए कहा कि बीते एक सप्ताह के करीब 80 फीसदी मामले इन्हीं राज्यों में मिले हैं। महाराष्ट्र, केरल में बढ़ते मामले चिंताजनक है, क्योंकि ये सब दूसरी लहर के पहले वाले लक्षण हैं।
अगर महामारी की तीसरी लहर से बचना है तो एक बार फिर टेस्ट, ट्रैक और टीका के रणनीति पर आगे बढ़ना होगा । पीएम मोदी ने कहा कि जहां संक्रमण ज्यादा है, वहां वैक्सीनेशन काफी महत्वपूर्ण है। टेस्टिंग में सबसे अधिक RT-PCR तकनीक पर जोर देने की जरूरत है । सभी राज्यों में आईसीयू बेड्स, टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए फंड आवंटन किया जा रहा है। केंद्र ने 23 हजार करोड़ का फंड दिया है, इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए। साथ ही ऑक्सीजन प्लांट को मिशन मोड के तहत पूरा करना चाहिए।
पर्यटन स्थलों और सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ को लेकर
आपको याद दिला दे इससे पहले हिमाचल और उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों पर जिस तरह पर्यटकों की भीड़ उमड़ी उससे राज्य और केंद्र सरकार के होश फाख्ता हो गए। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद आगे आकर लोगों से इस तरह का दुस्साहस ना करने की अपील की। इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और गृहमंत्री अमित शाह की तरफ से भी देश की जनता से अपील की गई कि कोरोना संक्रमण को लेकर सभी सचेत रहे। भीड़भाड़ से बचें और कोविड गाइडलाइंस का पालन करें।
24 घंटे में 41 हजार नए मामले
महज दो दिन स्थिति संभलने के बाद देश में कोरोना के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। भारत में गुरुवार को 41 हजार 806 नए मामले सामने आए, जिसमें से 28 हजार 691 मामले इन्हीं राज्यों के हैं। केरल में 13 हजार 773, आंध्र प्रदेश में 2 हजार 526, तमिलनाडु में 2 हजार 405, महाराष्ट्र में 8 हजार 10, ओडिशा में 2 हजार 110 और कर्नाटक में 1 हजार 977 मामले सामने आए हैं।
क्या स्थिति है यूपी की
उत्तर प्रदेश में केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली से आने जाने वालों की संख्या काफी ज्यादा है। कोरोना की दूसरी लहर में भी इन्हीं राज्यों का पनपा प्रकोप उत्तर प्रदेश पर भारी पड़ा। राजधानी लखनऊ में तो दिल्ली से आने वाले एक्सप्रेस के रास्ते ना सिर्फ बेधड़क घुसते हैं बल्कि उनका कहीं कोरोना टेस्ट भी नहीं होता। जिससे वो संक्रमण की सौगात शहर मे बांटते फिरते हैं।
इसके अलावा मुंबई से आने वाले कलाकार भी राजधानी लखनऊ पर कहर ही बरपा कर गए हैं। कोरोना की पहली लहर में लखनऊ में संक्रमण लाने वाली कनिका कपूर थीं तो दूसरी लहर में महिमा चौधरी। आप जान कर हैरान रह जाएंगे कि लखनऊ के मलिहाबाद में चल रही एक फिल्म की शूटिंग के दौरान 5 कोरोना संक्रमित बीते दिन यानी 15 जुलाई को पकड़े गए हैं। शूटिंग रोक कर सबको राज्य से बाहर जाने के लिए कहा गया है।
लखनऊ में लाइन प्रोड्यूसर बने कई ऐसे लोग हैं जो मुंबई दिल्ली से शूटिंग के लिए टीमें बुलाकर राजधानी और यूपी के अलग अलग लोकेशन पर ले जाते हैं। यही कोरोना वायरस के कैरियर है।
वैक्सीनेशन और टेस्ट की स्थिति
भारत में अब तक 31.6 करोड़ लोगों को वैक्सीन की पहली, जबकि 7.92 करोड़ दूसरी डोज दी गई हैं। देश में रोज़ाना लगभग 18 लाख कोविड टेस्ट हो रहे हैं।
टीम स्टेट टुडे
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