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देश में पहली बार मंदिर में होने जा रही है सरकार की कैबिनेट बैठक



पूर्वांचल ही नहीं पूरे देश की राजनीति को साधने के लिए उत्तर प्रदेश की धरती प्रयोगों की नहीं परिणामों की धरती बनती जा रही है। विकास कार्यों की झड़ी लगान के बाद आस्था की लहरें भी हिलोरें मार रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र काशी और काशी में बाबा विश्वनाथ के धाम को लेकर किस तरह विकासोन्मुख रहे हैं ये किसी से छिपा नहीं। काशी का स्वरूप 2014 से लगातार दिव्य से दिव्यतम होता जा रहा है। 2017 में योगी सरकार बनने के बाद इस कार्य में और तेजी आई है।



वाराणसी में बाबा दरबार से गंगधार तक विस्तारित श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कारिडोर 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनता को समर्पित करेंगे। पीएम मोदी का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसलिए इस अवसर को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ऐतिहासिक बनाने की तैयारी में जुटी है। यूपी सरकार अपनी अगली कैबिनेट बैठक भी श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में कराने की तैयारी कर रही है। यह बैठक 16 दिसंबर को प्रस्तावित है। हालांकि योगी सरकार इससे पहले भी ऐसा प्रयोग कर चुकी है। वर्ष 2019 के प्रयागराज कुंभ मेला में योगी कैबिनेट की ऐतिहासिक बैठक संगम तट पर हुई थी। वह पहला अवसर था जब इतिहास में पहली बार लखनऊ के बाहर कैबिनेट की बैठक हुई थी।


यूपी विधानसभा चुनाव से पहले काशी विश्वनाथ मंदिर में कैबिनेट की बैठक का आयोजन बड़ा संदेश देने की कोशिश मानी जा रही है। अगर ऐसा होता है तो देश में पहली बार किसी सरकार की कैबिनट की बैठक किसी मंदिर में होगी। इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डा. दिनेश शर्मा के साथ ही अन्य मंत्री और अधिकारी मौजूद रहेंगे। इससे पहले 14 दिसंबर को भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। इसके बाद 16 दिसंबर को योगी सरकार की कैबिनेट की बैठक होगी।


श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कारिडोर का 13 दिसंबर को लोकार्पण पीएम नरेन्द्र मोदी करेंगे। इसी के साथ काशी में एक महीने तक चलने वाले आयोजनों की शुरुआत हो जाएगी। इसमें भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन, देश के सभी महापौरों की सम्मेलन के अलावा हर दिन अलग-अलग आयोजन होने हैं। काशी चलो अभियान के तहत पूरे देश से वाराणसी के लिए ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसी क्रम में 16 दिसंबर को योगी कैबिनेट की बैठक भी प्रस्तावित है। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कारिडोर में होने वाले ये आयोजन आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का बड़ा दांव माना जा रहा है।


सरकार श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कारिडोर के लोकार्पण के साथ यूपी चुनाव से पहले पूर्वांचल को साधने के लिए भी कैबिनेट बैठक कर बड़ा संदेश देना चाहती है। इसकी तैयारियां जोरशोर से चल रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ खुद पूरे आयोजन पर नजर रखे हुए हैं। सर्किट हाउस को सीएम का कैम्प कार्यालय बना दिया गया है। बताया जा रहा है कि आठ से 14 दिसंबर तक सीएम योगी आदित्यनाथ काशी में ही रहेंगे। इस दौरान वह लोकार्पण कार्यक्रम से लेकर महीनेभर तक प्रस्तावित आयोजनों की निगरानी करेंगे। उनका गोरखपुर और आसपास के जिलों का दौरा भी वाराणसी से ही होगा। इसी क्रम में वह वहां कैबिनेट बैठक की तैयारियों को भी अंतिम रूप देंगे।


टीम स्टेट टुडे

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