Narendra Modi के 11 वर्षों का शासन: भारत के गौरवशाली इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय
- statetodaytv
- Jun 4
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भारत का इतिहास सभ्यताओं, संस्कृतियों, और परिवर्तनों की एक समृद्ध गाथा है, जिसमें समय-समय पर ऐसे नेतृत्व उभरे हैं जिन्होंने देश को नई दिशा दी। नरेंद्र मोदी का 2014 से 2025 तक का 11 वर्षीय शासनकाल भारत के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज है। इस अवधि में भारत ने आर्थिक, सामाजिक, तकनीकी, और वैश्विक मंच पर अभूतपूर्व प्रगति हासिल की। यह लेख उनके शासनकाल की प्रमुख उपलब्धियों और नीतियों को संक्षेप में प्रस्तुत करता है।
1. आर्थिक सुधार और आत्मनिर्भर भारत
मोदी सरकार ने आर्थिक सुधारों की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए, जिसने भारत को वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित किया जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर): 2017 में लागू जीएसटी ने भारत के कर ढांचे को एकीकृत कर व्यापार और निवेश में पारदर्शिता बढ़ाई।
मेक इन इंडिया: इस पहल ने भारत को विनिर्माण का केंद्र बनाने की दिशा में काम किया, जिससे प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में वृद्धि हुई।डिजिटल इंडिया: यूपीआई (UPI) जैसी डिजिटल भुगतान प्रणालियों ने भारत को डिजिटल अर्थव्यवस्था में अग्रणी बनाया, जिससे भारत दुनिया में सबसे अधिक डिजिटल लेनदेन करने वाले देशों में शामिल हुआ।
2. सामाजिक समावेशन और कल्याणकारी योजनाएँ
मोदी सरकार ने समाज के हर वर्ग को मुख्यधारा में लाने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएँ शुरू कीं।
प्रधानमंत्री जन धन योजना: इसने लाखों गरीब परिवारों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ा, जिससे वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिला।
आयुष्मान भारत: दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना ने गरीब और मध्यम वर्ग को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान कीं।
स्वच्छ भारत अभियान: इसने स्वच्छता को बढ़ावा दिया और ग्रामीण भारत में शौचालय निर्माण के माध्यम से महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित की।
3. विदेश नीति और वैश्विक नेतृत्व
मोदी के नेतृत्व में भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति को मजबूत किया।
वैश्विक साझेदारियाँ: भारत ने अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के साथ रणनीतिक साझेदारियाँ मजबूत कीं, विशेष रूप से क्वाड (QUAD) के माध्यम से।
वैक्सीन कूटनीति: कोविड-19 महामारी के दौरान भारत ने ‘वैक्सीन मैत्री’ के तहत कई देशों को टीके प्रदान किए, जिसने भारत की वैश्विक छवि को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
संयुक्त राष्ट्र और जी20: भारत ने जी20 की मेजबानी (2023) और संयुक्त राष्ट्र में सक्रिय भूमिका निभाकर वैश्विक नेतृत्व प्रदर्शित किया।
4. पर्यावरण और बुनियादी ढांचा विकास
नवीकरणीय ऊर्जा: भारत ने सौर और पवन ऊर्जा में निवेश बढ़ाया, जिससे 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा का लक्ष्य रखा गया।
स्मार्ट सिटी मिशन और बुनियादी ढांचा: सड़कों, मेट्रो, और हाई-स्पीड रेल जैसी परियोजनाओं ने भारत के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ा।
गंगा सफाई: राष्ट्रीय नदी गंगा की सफाई के लिए ‘नमामि गंगे’ जैसी परियोजनाएँ शुरू की गईं।
5. सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पुनर्जनन
मोदी सरकार ने भारत की सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जनन देने पर जोर दिया।
राम मंदिर निर्माण: अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और उद्घाटन (2024) भारत की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक बना।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर: इस परियोजना ने वाराणसी को एक आधुनिक तीर्थस्थल के रूप में पुनर्जनन दिया।
यूनेस्को विश्व धरोहर: भारत की कई सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों को वैश्विक मान्यता दिलाने में योगदान
6. डिजिटल क्रांति और अंतरिक्ष में उपलब्धियाँ
भारत ने डिजिटल भुगतान (UPI) और कोविड वैक्सीन निर्माण में दुनिया को नेतृत्व प्रदान किया।
'चंद्रयान-3' की सफलता और 'गगनयान' मिशन ने भारत को अंतरिक्ष महाशक्ति बनाने की दिशा में अग्रसर किया है।
7. राष्ट्रीय सुरक्षा और सशक्त विदेश नीति
मोदी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
सर्जिकल स्ट्राइक (2016) और बालाकोट एयर स्ट्राइक (2019) जैसी कार्रवाइयों ने आतंकवाद के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति को स्पष्ट कर दिया। विदेश नीति के क्षेत्र में भारत ने अमेरिका, रूस, जापान और यूरोपीय देशों के साथ मजबूत संबंध स्थापित किए। 'नेबरहुड फर्स्ट' और 'एक्ट ईस्ट' पॉलिसी के तहत पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को नया आयाम दिया गया।
8. ऑपरेशन सिंदूर: भारत के स्वाभिमान और गौरव का प्रतीक
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा हाल ही में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर की गई एक सटीक और निर्णायक कार्रवाई है। यह पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया , जिसमें निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी। इस ऑपरेशन को भारत के स्वाभिमान और गौरव से कई मायनों में जोड़ा जाता है:
ऑपरेशन सिंदूर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब आतंकवादी हमलों का जवाब अपनी शर्तों पर और निर्णायक तरीके से देगा। इसने आतंकी ठिकानों को सीधे निशाना बनाकर यह संदेश दिया कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
यह ऑपरेशन आतंकवाद के प्रति भारत के शून्य-सहिष्णुता के रुख को दर्शाता है। यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक कूटनीतिक संदेश भी है कि भारत आतंकवाद को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं करेगा।
भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, जो उनकी संयुक्त ताकत और समन्वय को दर्शाता है। उन्नत लड़ाकू जेट और सटीक हथियारों का उपयोग यह दिखाता है कि भारत अपनी रक्षा क्षमताओं को लगातार मजबूत कर रहा है।

ऑपरेशन सिंदूर में स्वदेशी तकनीकी से बने आकाश एयर डिफेंस सिस्टम का भी योगदान रहा है, जिससे स्वदेशी तकनीक पर लोगों का विश्वास कायम हुआ है। यह आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को दर्शाता है ।
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं है, बल्कि भारत के स्वाभिमान, गौरव, आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ संकल्प और एक सशक्त राष्ट्र के रूप में उभरने का प्रतीक है। यह दिखाता है कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा और अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए किसी भी चुनौती का सामना करने को तैयार है।
निष्कर्ष
नरेंद्र मोदी का 11 वर्षीय शासनकाल भारत के आधुनिकीकरण, वैश्विक प्रभाव, और सांस्कृतिक पुनर्जनन का प्रतीक है। आर्थिक सुधारों, सामाजिक समावेशन, और वैश्विक नेतृत्व के माध्यम से भारत ने नई ऊँचाइयों को छुआ। यह काल भारत के गौरवशाली इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।
लेखक
आलोक अवस्थी
प्रवक्ता भाजपा उत्तर प्रदेश
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