महाकुंभ 2025 विशेष
महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी
केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने की कर्मचारियों को दी जाएगी ट्रेनिंग
श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को किया जा रहा अपग्रेड
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मिलकर चलाएगी अभियान
प्रयागराज, 06 नवंबर : महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।
श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था
संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।
अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती
महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।
महाकुम्भ 2025
आपात स्थितियों से निपटने को भीष्म क्यूब की तैनाती
अत्याधुनिक तकनीक से लैस चलता-फिरता अस्पताल है भीष्म क्यूब
बेहद मजबूत और मात्र 12 मिनट में बनकर हो जाता है तैयार
सर्जिकल, डायग्नोस्टिक टूल्स और रोगी की देखभाल से संबंधित सभी सुविधाएं मौजूद
प्रयागराज, 5 नवंबर। महाकुम्भ-2025 में आपात स्थितियों से निपटने के लिए योगी सरकार ने व्यापक तैयारी की है। महाकुम्भ में पहली बार भीष्म क्यूब की तैनाती की जा रही है, जो अत्याधुनिक तकनीक से युक्त क्रांतिकारी मोबाइल अस्पताल है। गौरतलब है कि 22 जनवरी 2024 में अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान भी भीष्म क्यूब की तैनाती की गई थी।
संयुक्त निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य, प्रयागराज डॉ. वी.के. मिश्रा ने बताया कि एक भीष्म (बैटलफील्ड हेल्थ इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर मेडिकल सर्विसेज) क्यूब 200 लोगों का एक साथ उपचार कर सकता है। भीष्म क्यूब में सर्जिकल सुविधाएं, डायग्नोस्टिक टूल्स और रोगी के देखभाल से संबंधित सभी सुविधाएं मौजूद हैं। ये बेहद मजबूत, वॉटरप्रूफ और हल्के हैं। इससे तुरंत इलाज की सुविधा शुरू की जा सकती है। यह चिकित्सा सेवाओं के प्रभावी समन्वय, वास्तविक समय में निगरानी और कुशल प्रबंधन को सुगम बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डाटा एनालिटिक्स को एकीकृत करता है।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि भीष्म क्यूब की पूरी यूनिट को आसानी से हाथ, साइकिल या ड्रोन द्वारा भी ले जाया जा सकता है। इस चलते-फिरते अस्पताल की खासियत यह है कि इसे आपातकालीन परिस्थितियों में विमान से एयरड्रॉप किया जा सकता है। भीष्म क्यूब 12 मिनट के भीतर तैनात होने की क्षमता रखता है। डॉ. मिश्रा ने बताया कि इन पोर्टेबल हॉस्पिटल क्यूब्स का विकास और परीक्षण भारतीय वायुसेना, भारतीय स्वास्थ्य सेवा संस्थानों और डिफेंस टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स ने मिल कर किया है।
गौरतलब है कि इसी साल अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी यूक्रेन यात्रा के दौरान राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की को भीष्म क्यूब की यूनिट्स भेंट स्वरूप दी थीं।
महाकुंभ से पहले चमकते नजर आएंगे हाईवे और रोड्स
प्रयागराज को दूसरे शहरों से जोड़ने वाले हाईवे और रोड्स का किया जा रहा कायाकल्प
चौड़ी सड़क के साथ ही मल्टीलिंग्वल साइनेज, ग्रीनरी, पेंटिंग और ब्यूटीफिकेशन पर जोर
टोल प्लाजा भी दिखाई देंगे सुंदर, कर्मचारियों की कराई जाएगी बिहेवियरल ट्रेनिंग
एनएचएआई के चेयरमैन ने की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
प्रयागराज, 6 नवंबर। डबल इंजन की सरकार महाकुंभ के अवसर को ऐतिहासिक बनाने पर जोर दे रही है। इसी क्रम में हाईवे से लेकर प्रयागराज सिटी को जोड़ने वाली सड़कों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप एनएचएआई और पीडब्ल्यूडी हाईवे और सिटी को जोड़ने वाली सड़कों को चमकाने में जुट गए हैं। महाकुंभ 2025 के दौरान जब देश और दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु सड़क मार्ग से होकर प्रयागराज पहुंचेंगे तो उन्हें चौड़ी सड़क के साथ ही निश्चित अवधि में मल्टीलिंग्वल साइनेज बोर्ड, ग्रीनरी और पेंटिंग नजर आएगी। यही नहीं, टोल प्लाजा के पास भी उन्हें तमाम सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी।
लगाए जाएंगे मल्टीलिंग्वल साइनेज
बुधवार को प्रयागराज मेला प्राधिकरण स्थित सभागार में एनएचएआई के चेयरमैन संतोष कुमार यादव ने प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात और प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी अजय चौहान के साथ एनएचएआई के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि महाकुंभ ऐतिहासिक अवसर है और इस दौरान हमें सिर्फ सड़क नहीं बनानी है,बल्कि उसे अच्छी और खूबसूरत भी बनाना है। प्रयागराज को जोड़ने वाली जितनी भी सड़कों पर काम चल रहा है उस पर सेफ्टी आर्डिटर्स लेकर अधिक से अधिक साइनेज लगाए जाएं। ब्यूटीफिकेशन का काम हो, पेंटिंग हो, लाइटिंग हों और इसे कैमरे से युक्त होना चाहिए। यही नहीं, रोड्स पर ऐसे साइनेज भी पर्याप्त मात्रा में होने चाहिए जो श्रद्धालुओं का स्वागत कर रहे हों।
सड़कों पर हो लाइट्स की सुविधा
उन्होंने कहा कि महाकुंभ में करोड़ों लोग आएंगे। रोड ऐसी हो कि जिसकी चमक श्रद्धालुओं को आनंदित करे। यह पूरी दुनिया के सामने अपने काम को शोकेस करने का शानदार जरिया है। उन्होंने अपने अधिकारियों से कहा कि जहां भी कैट्स आई लगानी हैं, लगाई जानी चाहिए। एंट्री गेट पर फ्लॉवरिंग होनी चाहिए। डिवाइडर पर पेंटिंग हो, ताकि फॉग के समय श्रद्धालुओं को समस्या न हो। एनएच की रोड लाइट्स चेक करके सुव्यवस्थित की जाएं। एनएचएआई के कंट्रोल रूम नंबर को हाईलाइट करें और साथ ही एनएचएआई के राजमार्ग यात्रा एप के विषय में भी लोगों को जागरूक करें, ताकि वो इसके माध्यम से अपनी यात्रा को सुगम बना सकें।
टोल प्लाजा के स्टाफ की होगी बिहेवियरल ट्रेनिंग
टोल प्लाजा को लेकर भी एनएचएआई चेयरमैन ने कहा कि कुंभ के रास्ते में पड़ने वाले टोल प्लाजा की लगातार मॉनीटरिंग होनी चाहिए। टोल प्लाजा सुंदर दिखाई देने चाहिए, ताकि लोगों को बेहतर अनुभव हो। यहां दी जाने वाली सुविधाओं को सुव्यवस्थित किया जाना चाहिए। टॉयलेट्स साफ सुथरे हों। टोल प्लाजा स्टाफ की हर हाल में बिहेवियरल ट्रेनिंग कराई जाए। साथ ही टोल प्लाजा पर 3 शिफ्ट में ही कर्मचारी कार्य करें, ये सुनिश्चित किया जाए। इसके अतिरिक्त इंसिडेंट व्हीकल के साथ ही पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस की व्यवस्था भी सुनिश्चित होनी चाहिए।
इस अवसर पर मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, एडीजी भानु भाष्कर, मेलाधिकारी विजय किरण आनंद, डीएम रविंद्र कुमार मांदड़, एसएसपी कुंभ राजेश कुमार द्विवेदी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
30 नवंबर तक भरपूर चौड़ी होंगी संगम की ओर जाने वाली रोड्स
मेला क्षेत्र की सभी रोड्स का किया जा रहा चौड़ीकरण
हनुमान मंदिर से संगम तक जाने के लिए बन रही हैं इंटर लॉकिंग रोड्स
पीडीए व छावनी परिषद के सहयोग से हो रहा है रोड्स का निर्माण
प्रयागराज, 06 नवंबर। विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। महाकुंभ के आयोजन को लेकर पूरे शहर में सड़कों के चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण के कार्य जोरों पर हैं। ऐसे में महाकुंभ के केंद्रीय स्थल संगम की ओर जाने वाली सड़कों के चौंडीकरण और सौंदर्यीकरण का कार्य भी अंतिम चरण में है। इसको 30 नवंबर तक पूर्ण किए जाने का लक्ष्य निर्धारित है।
अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि पीडीए और छावनी परिषद के सहयोग से शहर से संगम को जोड़ने वाली सड़कों का निर्माण कार्य 30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा। श्रद्धालुओं की अनुमानित संख्या के मुताबिक मेला क्षेत्र की सभी सड़कें पिछले कुंभ की तुलना में दोगुनी से ज्यादा संख्या में चौड़ी की जा रही हैं।
महाकुंभ 2025 का सफल आयोजन सीएम योगी की प्राथमिकता है। ऐसे में यूपी सरकार इसके आयोजन को दिव्य और भव्य बनाने में कोई कसर बाकी नहीं रख रही है। महाकुंभ 2025 में लगभग 40 करोड़ लोगों के प्रयागराज आने का अनुमान है, जो कि पिछले कुंभ मेले की तुलना में ढेड़ से दो गुना है। सड़कों का चौड़ीकरण भी उसी अनुपात में किया जा रहा है। महाकुंभ में प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं का मुख्य गंतव्य स्थल त्रिवेणी संगम है। त्रिवेणी संगम को शहर से जोड़ने वाली सभी सड़कों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है।
अपर मेलाधिकारी ने बताया कि शहर से संगम जाने वाली त्रिवेणी रोड़, लाल सड़क, काली सड़क, नवल राय रोड़, किला घाट रोड़ व दारागंज रोड़ के चौड़ीकरण का कार्य 30 नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। श्रद्धालुओं की संख्या के अनुमान के मुताबिक सभी सड़को की क्षमता को दोगुना किया जा रहा है। साथ ही सड़कों के दोनों ओर इंटरलॉकिंग फुटपाथ भी बनाए जा रहे हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े। प्रयागराज जंक्शन से संगम को जोड़ने वाली त्रिवेणी रोड़ और दारागंज की रिवर फ्रंट रोड का निर्माण कार्य भी अंतिम चरण में है, जो जल्द ही पूरा हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र की सड़कें छावनी परिषद के अधिकार क्षेत्र में आती हैं। इन सड़कों का निर्माण व चौड़ीकरण का कार्य पीड़ीए व छावनी परिषद के सहयोग से हो रहा है। साथ ही किला घाट और हनुमान मंदिर के आगे संगम नोज तक जाने वाली इंटर लॉकिंग सड़कें भी दोगुनी चौड़ी की जा रही हैं। इनका निर्माण कार्य भी 30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा। सड़क के किनारे व मुख्य चौराहों पर होर्ड़िंग व साइन बोर्ड के जरिए श्रद्धालुओं को मेले के मुख्य दर्शनीय स्थलों के बारे में सभी जरूरी सूचनाएं दी जाएगी। साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह सूचना व पूछताछ केंद्र भी बनाए जाएंगे।
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